ऊखीमठ : केदारनाथ विधायक मनोज रावत के पिता 88 वर्षीय फकीर सिंह रावत का अचानक निधन हो गया। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। रविवार को उनका अन्तिम संस्कार चमोली में अलकनन्दा के किनारे गमगीन माहौल में किया गया। स्वर्गीय फकीर सिंह रावत का जन्म वर्ष 1933 में क्यूजा घाटी के भणज गाँव में हुआ था! क्षेत्र से शिक्षा पूरी करने के बाद फकीर सिंह रावत ने लम्बे समय तक शिक्षा विभाग में अपनी सेवायें दी तथा बाद वे चमोली गोपेश्वर में पुस्तकालय में प्रबन्धक पद पर आसीन रहे। सेवानिवृत्त के बाद फकीर सिंह रावत विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे।
शनिवार को लगभग पांच बजे उन्होंने अन्तिम सांस ली। उनके निधन पर पूर्व विधायक शैलारानी रावत, आशा नौटियाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भटट्, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी, प्रमुख ऊखीमठ श्वेता पाण्डेय, कनिष्ठ प्रमुख शेलेन्द्र कोटवाल, प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल, पूर्व प्रमुख अगस्तयमुनि विनोद चंद, जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा, गुप्तकाशी गणेश तिवारी, शिला बमण गाँव कुलदीप कण्डारी , प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत, संरक्षक सन्दीप पुष्वाण,मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट, ब्लॉक अध्यक्ष अगस्तयमुनि हरीश गुसाईं, कार्तिक स्वामी मन्दिर समिति अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह नेगी, प्रबन्धक पूर्ण सिंह नेगी, प्रधान संगठन अगस्तयमुनि विजयपाल राणा, पूर्व प्रधान महेन्द्र रावत, अमीर सिंह रावत, राजपाल खत्री, ताजवर खत्री, जगदीश रावत, कुवर सिंह नेगी, प्रकाश पुरोहित, प्रेम सिंह गुसाईं, जय माँ काली मदमहेश्वर घाटी जीप टैक्सी यूनियन अध्यक्ष प्रकाश पंवार, प्रेम सिंह राणा, गोकुल लाल टमटा दीप राणा, शिव सिंह रावत, दिवाकर गैरोला, कर्मवीर कुवर, अनिल जिरवाण, दौलत पंवार, रणजीत सिंह रावत, प्रदीप रावत सहित जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों , परिजनों व ग्रामीणों ने शोक संवेदना व्यक्त की।