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औली:नंदादेवी FIS इंटरनेशनल स्लोप से फिर फिसली राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों की मेजबानी,
बर्फ की कमी से औली विंटर गेम्स रद्द
संजय कुँवर औली
जी हाँ बर्फ की कमी के चलते एकबार फिर से हिमक्रीड़ा स्थली औली में फरवरी के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित राष्ट्रीय सीनियर नॉर्डिक स्कीइंग एंड स्नोबोर्ड प्रतियोगिता रद्द हो गई है,इस वर्ष स्की एंड स्नो बोर्ड एसोशिएसन उत्तराखंड को औली में नेशनल सीनियर नेशनल विंटर गेम्स की जिम्मेदारी मिली थी,जिसके तहत फरवरी माह के अंतिम सप्ताह से प्रतियोगिता का आयोजन होना था,लेकिन औली में इसबार समय पर न प्राकृतिक बर्फबारी हुई और नही पर्यटन विभाग और GMVN की कृत्रिम बर्फ बनाने की स्नो मेकिंग सिस्टम से समय पर नंदादेवी स्की स्लोप पर पर्याप्त बर्फ बन पाई जिसका खामियाजा औली को नेशनल सीनियर विंटर गेम्स कि मेजबानी से हाथ धोकर भुगतना पड़ा,पूर्व में भी ऐसे ही बर्फ की कमी के चलते 2012 के बाद औली में 4नेशनल विंटर गेम्स और 2इंटरनेशनल FIS रेस की मेजबानी रदद् हुई थी,
देश में शीतकालीन खेलों की नीति निर्धारण करने वाली संस्था स्की एंड स्नो बोर्ड इंडिया के महासचिव आर०सी०नेगी नें बताया की औली उत्तराखंड को इसबार सीनियर नेशनल अल्पाईंन नॉर्डिक और स्नोबोर्डिंग चैंपियनशिप अलॉट किया गया था,लेकिन यहाँ बर्फ की कमी के चलते ये शीतकालीन खेल होना संभव नही है,लिहाजा S&SBI द्वारा अब विंटर गेम्स एसोशिएसन जम्मू कश्मीर को इसकी आयोजन की जिम्मेदारी सौपी जा रही बशर्ते वहाँ की स्पोर्ट्स अथॉरिटी इन राष्ट्रीय खेलो के सफल आयोजन के लिए पर्याप्त बजट जारी कर दे,कहा की अभी आज से कश्मीर के गुलमर्ग में स्पोर्ट्स एंड यूथ एफेयर्स मिनिस्ट्री भारत सरकार द्वारा प्रायोजित दूसरे खेलो इंडिया नेशनल विंटर गेम्स शुरू हो गए है,इसके बाद ही जम्मू कश्मीर अथॉरिटी इन खेलों के लिए बजट स्वीकृत कर देगी तो 15मार्च तक हम भी जम्मू कश्मीर को नेशनल सीनियर विंटर गेम्स की मेजबानी की तारीख की घोषणा कर देंगे,दूसरी बात वहाँ बर्फ की मौजूदगी पर भी खेल निर्भर होंगे,दरअसल उत्तराखंड के औली और हिमाचल प्रदेश के मनाली के स्कीइंग स्लोप इसबार बर्फ बिन सूखे पड़े है,ऐसे में एकमात्र विकल्प जम्मू कश्मीर का गुलमर्ग हाइलेंड स्की स्लोप ही बचा है जहाँ ये शीतकालीन खेल आयोजित हो सकते है,