केएस असवाल
गौचर : सरकार भले ही कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत कर रही हो लेकिन उनके द्वारा रात दिन मचाए जा रहे हुड़दंग से आम नागरिक सहम सा गया है।
कांवड़ियों द्वारा बाईकों के शैलेंसर खोलकर तेज आवाज व तेज गति से झुंड के रूप में बाइकों से यात्रा करने से जहां लोगों का सड़क मार्ग से आवागमन करना दुश्वार हो गया है, वहीं ध्वनि प्रदूषण से भी लोगों का खासकर बुजुर्गों की परेशानियां बढ़ गई है। यही नहीं इनकी कारस्तानियों से स्कूली बच्चों को भी हर समय ख़तरा बना रहता है। कभी वाहनों के साथ टक्कर तो कभी राहगीरों को चोटिल करना आम बात हो गई है। गत दिवस गौचर के ग्रिफ चौक पर कांवड़ियों ने एक बुजुर्ग महिला को टक्कर मारकर घायल करने के बाद फरार हो गए। हालांकि पुलिस ने जनपद की सीमा कमेड़ा तक उनका पीछा किया लेकिन वे हाथ नहीं आए । महिला को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौचर ले जाया गया उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हाई सेंटर रेफर करना पड़ा। हालांकि पुलिस ध्वनि प्रदूषण में उनका चालान तो कर रही है, लेकिन उनकी गतिविधियों में कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। कावड़ यात्रा शुरू होने से पहले तमाम मैराथन बैठकें आयोजित की जाती है लेकिन इनका नतीजा सिफर ही नजर आ रहा है। ताजुब तो इस बात का है कि कांवड़िए पूरी रात चलकर लोगों की नींद खराब भी कर रहे हैं। सरकार इस अव्यवस्था को क्यों नियंत्रण नहीं कर पा रही है यह बात किसी के समझ में नहीं आ रही है।
कांवड़ियों को रात में ऐसे स्थानीय लोगों से मिलते हुए भी देखा जा रहा है जिनका नशे के कारोबार में संलिप्तता रही है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुकेश नेगी,यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अजय किशोर भंडारी, नगर अध्यक्ष सुनील पंवार आदि का कहना है जिस सूबे का मुख्य मंत्री हुड़दंग मचाने वाले कांवड़ियों के गंगाजल से पांव पखार रहे हो तो स्थिति को समझा जा सकता है। इन लोगों का कहना है इनके द्वारा कई प्रकार के प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा है। समय रहते इस नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले समय में स्थित विकराल हो सकती है। पुलिस का कहना है कि इस अव्यवस्था पर नीचे से ही रोक लगनी चाहिए।