पर्यावरण को बचाने के लिए 1970 के दशक में चला प्रसिद्धि चिपको आंदोलन की यादों में जिला प्रशासन चमोली द्वारा गोपेश्वर मुख्यालय में एक सुन्दर पार्क बनाया गया है। जो हर किसी के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इस पार्क के माध्यम से पर्यावरण को बचाने हेतु संदेश देने का प्रयास किया गया है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बना है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अभिनव पहल नगर क्षेत्रों को आकर्षक बनाने के लिए सड़क किनारे दिवारों एवं पार्कों का सौदर्यीकरण कार्य किए जा रहे हैं। इसी पहल के तहत जिला मुख्यालय गोपेश्वर स्थित जीरो बैंड के निकट चिपको आंदोलन की याद में संदेशपरक पार्क तैयार किया गया है। जंगल काटने आई ताकतों के विरोध में पहाड़ की ग्रामीण महिलाओं का पेडों से चिपक कर पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आदोलन के दृश्यों को इंगित करते पार्क में दिखाया गया है।
पार्क में पार्क में बनाए गए रंगीन बैंच, रंगों से सजाए गए पार्क के वृक्ष, आर्टीफिसिल ग्रीन ग्रास, गौरा देवी का शिलापट और पेडों को बचाने के लिए इनसे लिपटी पहाड की महिलाओं के म्यूरल खासे आर्कषण का केन्द्र बने हुए है। पर्यावरण की रक्षा में ही सबकी सुरक्षा का संदेश देता यह पार्क हर व्यक्ति को आकर्षित कर नया अनुभव महसूस करा रहा है। जिले में इस तरह का यह पहला पार्क है जिसमें चिपको आंदोलन को चित्रित किया गया है। नई पीढ़ी और पार्क में आने वाले हर व्यक्ति को कम जगह पर बहुत कुछ बताने का अभिनव प्रयास किया गया है।