केएस असवाल
गौचर : शासन – प्रशासन की सख्ती के बावजूद जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है नतीजतन क्षेत्र धुंए के गुब्बार में तब्दील होता जा रहा। बिजिविलिटी न मिलने से देहरादून गौचर हैलीकॉप्टर सेवा भी बंद कर दी गई।
क्षेत्र में अब ऐसा कोई इलाका नहीं रह गया है जहां कई बार आग धधक चुकी हो। पिछले दिनों क्षेत्र के चारों ओर जंगलों में लगी आग से ऐसा कोई इलाका नहीं रह गया था जहां आग का तांडव देखने को न मिला हो, तब उम्मीद की जा रही थी कि अब जंगलों के जलने का सिलसिला थम जाएगा। लेकिन ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा है। कारण जो भी रहा हो पिछले दो दिनों से ककोड़ाखाल व ऐंड के जंगलों में पुनः आग धधकने लगी है। आग से क्षेत्र का वातावरण पूरी तरह धुंधमय होने से लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। आंखों में जलन, जुखाम बुखार की शिकायत आम हो गई है। दमा के रोगियों का तो घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। विजिबिलिटी न मिलने से उड़ान योजना के तहत देहरादून से गौचर चलने वाली हैलीकॉप्टर सेवा भी पिछले चार-पांच दिनों से बंद कर दी गई है। हैरिटेज एविएशन के ग्राउंड मैनेजर मनीष भंडारी का कहना है कि पहाड़ों में आग के धुंए की वजह से गौचर, हल्द्वानी की हैलीकॉप्टर सेवा कुछ दिन के लिए रोक दी गई है। स्थिति अनुकूल होने पर ही सेवाएं बहाल की जाएगी।