लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : मद्महेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत राऊलैंक के माणा तोक में डायरिया बीमारी की चपेट में आने से पांच दर्जन से अधिक भेड़ – बकरियों की मौत हो गयी है. सूचना के बाद पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुँच गयी तथा अन्य घायल भेड़ – बकरियों का इलाज व दवाईयां वितरित की गयी है। जानकारी देते हुए जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने बताया कि माणा तोक में विगत एक सप्ताह से दर्जनों भेड़ – बकरियाँ अज्ञात बीमारी की चपेट में आने शुरू हो गये थे तथा बुधवार भेड़ – बकरियों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया है तथा गुरूवार देर रात तक 60 से अधिक भेड़ बकरियाँ अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से मर गए हैं। प्रधान राऊलैंक कमलेन्द्र नेगी ने बताया कि राऊलैंक निवासी जसपाल सिंह रावत, राजेन्द्र रावत, जगदीश रौथाण व बेडूला निवासी इन्द्र सिंह राणा की पांच दर्जन से अधिक भेड़ बकरियों की मौत हो गयी है तथा उनकी आजीविका खासी प्रभावित हो गयी है। उन्होंने प्रभावित भेड़ पालकों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर पशुपालन विभाग के डा0 प्रमोद भूटानी ने बताया कि भेड़ – बकरियों में पानी की कमी आने के कारण भेड़ बकरियाँ डायरिया की चपेट में आ गयी है जिससे उन में कमजोरी आने मौत हो रही है। कहाँ पशुपालन की टीम घटना स्थल पर पहुँच कर अन्य बीमार भेड़ – बकरियों का उपचार कर दवाई वितरित की गयी है।