विद्यालय को आनंदालय बनाना आनंदम का लक्ष्य : आकाश सारस्वत
केएस असवाल
गौचर : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर (चमोली) में आज से प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में नवनियुक्त शिक्षकों का तीन दिवसीय आनंदम अभिमुखीकरण कार्यशाला प्रारंभ हुई.कार्यशाला का उद्घाटन डायट प्राचार्य आकाश सारस्वत और मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली कुलदीप गैरोला द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला ने विद्यालयों में समर्पित भाव से कार्य करने के लिए कहा, उन्होंने विज्ञान विषयों को भी रुचिकर तरीके से पढ़ाने पर बल दिया. मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षण एक सम्मानित पेशा है जो शिक्षक के पहनावे में भी नजर आना चाहिए.
डायट प्राचार्य आकाश सारस्वत ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि वह अति सौभाग्यशाली हैं कि मानव जीवन पाकर वे शिक्षक बने हैं. 2019 से प्रारंभ आनंदम कार्यक्रम का लक्ष्य विद्यालय को आनंदालय बनाना है.
उद्घाटन सत्र में देवाल की खंड शिक्षा अधिकारी गुंजन अमरोही ने कहा कि 2019 में 15 विकासखंडों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आनंदम को सम्मिलित किया गया था, इसका मुख्य लक्ष्य प्रार्थना स्थल से ही बच्चों का तनाव दूर करना है. आनंदम में बच्चों के साथ-साथ शिक्षक को अच्छा श्रोता बनना है और बच्चे को सही और गलत का ज्ञान स्वयं करना है, आनंदम मेडिटेशन या योगा नहीं है.
सत्र को संबोधित करते हुए नंदानगर विकासखंड के खंड शिक्षा अधिकारी पंकज उप्रेती ने कहा कि विद्यालय में ऐसा वातावरण तैयार किया जाए जिसमें विद्यार्थी आनंद महसूस करे, आनंदम में बच्चों को अभिव्यक्ति के लिए प्रेरित किया जाता है, शिक्षकों को भी चाहिए कि विद्यालय आनंदम के संचालन से पूर्व उसके साहित्य का अध्ययन करें.
कार्यक्रम में आनंदम के प्रशिक्षक के तौर पर आनंदम के राज्य स्तरीय टीम के सदस्य निशांत वशिष्ठ, शालिनी, प्रणय और दीपक शर्मा तीनों दिन मौजूद रहेंगे. उद्घाटन सत्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के संकाय सदस्य लखपत बर्त्वाल,सुबोध डिमरी, दिगपाल सिंह रावत, डॉक्टर कमलेश मिश्रा ,सुमन भट्ट , योगेन्द्र बर्त्वाल एवं राजेंद्र प्रसाद मैखुरी उपस्थित रहे.कार्यक्रम का संयोजन सेवारत प्रशिक्षण विभाग द्वारा किया जा रहा है, उद्घाटन सत्र का संचालन सेवारत प्रशिक्षण विभाग के विभागाध्यक्ष रविंद्र बर्त्वाल द्वारा किया गया. प्रथम दिवस के प्रशिक्षण में 35 सहायक अध्यापक और प्रवक्ता उपस्थित रहे.