लोकतंत्र की सबसे खूबसूरत तस्वीर : मायके में अंतिम बार मतदान कर ससुराल के लिए विदा हुई सोनम
ग्राउंड जीरो से संजय चौहान
सुदूर पहाड़ से एक खूबसूरत तस्वीर आई है जिसमें लोकतंत्र के महाकुंभ में एक बेटी नें ससुराल जाने से पहले अपनें मायके में अंतिम बार मतदान कर एक नजीर पेश की है। जागरूक मतदाता का कर्तव्य निभाते हुए चमोली के किरूली गांव की सोनम फरस्वाण ने चुनाव आयोग के स्लोगन मेरा वोट, मेरी पहचान, शत-प्रतिशत करना है मतदान।’ को चरितार्थ किया। एमएससी (जियोलाॅजी) की पढ़ाई पूरी कर वर्तमान में प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रही है सोनम।
गौरतलब है कि चमोली जनपद के दशोली ब्लाॅक के किरूली गांव की सोनम फरस्वाण की दो दिन पहले ही नंदानगर ब्लाॅक के फाली गांव में शादी हुई थी। 17 अप्रैल को शादी के बाद बहू बनकर सोनम अपने ससुराल पहुंची, जबकि 18 अप्रैल को सोनम अपने पति के साथ देजा रस्म के तहत अपने मायके आई। आज 19 अप्रैल को सोनम ने ससुराल जाने से पहले अपने मायके में अंतिम बार मतदान करके अपने अधिकार का प्रयोग कर एक मिसाल पेश की। सोनम के भाई गौरव फरस्वाण, मनीष फरस्वाण, संतोष फरस्वाण, भाभी नूतन फरस्वाण, भावना फरस्वाण ने सोनम की सराहना करते हुए कहा की सोनम ने एक जागरूक बेटी का फर्ज अदा करके लोकतंत्र को मजबूत करने में अपना योगदान दिया।
पहाड की बेटियों नें सदा से ही अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन कर उदाहरण प्रस्तुत किये हैं। सोनम नें भी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मायके में अंतिम बार मतदान कर एक मिसाल पेश की है। सोनम को जीवन की नयी पारी की शुरुआत करने और लोकतंत्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने की बहुत बहुत बधाइयाँ।