जोशीमठ बड़ागांव में जंगली जानवरों के आतंक से फसलों को बचाने के लिए वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने की रातभर पहरेदारी
संजय कुंवर की ग्रांउड जीरो रिपोर्ट
चमोली जिले के सीमांत जोशीमठ ब्लाक में सब्जी मंडी के नाम से प्रसिद्ध सांसद आदर्श गांव बड़ागांव में आजकल काश्तकार जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। जंगली जानवरों ने लोगों की आर्थिक का आधार सब्जी, बागवानी और रबी की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। जिससे लोगों के सामने रोजगार का संकट पैदा गया है।
बता दें कि बड़ागांव के 90 फीसदी ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य आधार सब्जी उत्पादन और बागवानी है, जिससे लोगों की आर्थिकी मजबूत हुई है और इससे गांव से पलायन भी रूका है। यहां पर वर्षभर सब्जी का उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जाता है, जिसको जिले के साथ श्रीनगर गढ़वाल तक बेचा जाता है। लेकिन कुछ वर्षों से जंगली जानवरों के आतंक से लोगों को भारी नुक्सान हो रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रशासन व वन विभाग से कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई न होने से लोगों में मायूसी बनी है। शनिवार को काश्तकारों ने जोशीमठ डीएफओ कार्यालय पहुंचकर प्रर्दशन कर ज्ञापन सौंपा गया। जिस पर डीएफओ बी,वी,मर्तोलिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सुअरों को भगाने के लिए वन कर्मियों की टीम पहरेदारी के लिए गांव भेजी गई और ग्रामीणों से भी सहयोग का अनुरोध किया गया। जिस पर ग्रामीणों और वन विभाग की टीम ने रातभर खेतों में पहरेदारी की गई। शनिवार रात्रि को गांव के 20 सदस्यीय टीम ने वन कर्मियों के साथ मिलकर पहरेदारी की। जंगली जानवरों पर पैनी नजर रखने के लिए विभाग द्वारा ट्रैप कैमरे भी सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं। बड़ागांव की ग्राम प्रधान विमला भंडारी ने बताया की रात्रि गश्त आगे भी जारी रहेगी और वन कर्मियों के सहयोग के लिए ग्रामीणों की भी हर दिन ड्यूटी लगाई जा रही है। फिलहाल वन विभाग द्वारा आतिशबाज़ी व पटाखे सहित कई अन्य उपायों से जंगली सुअरों को भगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।