संजय कुंवर
जोशीमठ : आपदा प्रभावितों ने सीएम धामी को ज्ञापन भेजकर जोशीमठ क्षेत्र का स्थाई ट्रीटमेंट करने की मांग की। और कहा कि वे अपनी पुश्तैनी जमीन पर ही रहना चाहते हैं।
जोशीमठ नगर क्षेत्र के भूधंसाव से प्रभावित मूल एवं पुश्तैनी निवासियों ने अपनी 13 सूत्रीय समस्याओं के संदर्भ में आज तहसील जोशीमठ पहुंच कर उप जिला अधिकारी जोशीमठ के माध्यम से सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित किया है। दरअसल 20 जनवरी 2024को नगर पालिका जोशीमठ में सचिव आपदा प्रबंधन उत्तराखंड शासन रंजीत सिन्हा की अध्यक्षता में हुई महत्व पूर्ण बैठक में अवगत कराया गया की वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के आधार पर जोशीमठ को 14 संवेदनशील क्षेत्र में बांटा गया है, जिसके तहत करीब 1200 भवनों को तत्काल खाली कराने की आवश्यकता है।
वहीं इन 1200 भवनों में रहने वाले परिवार को जोशीमठ से 96 किलोमीटर दूर बमौथ गौचर में चिन्हित भूमि में विस्थापित किया जाना है। जिसको लेकर जोशीमठ नगर के ग्रामीण एकजूट होकर बैठकों और ज्ञापनों के जरिए अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं। सभी लोगों का कहना है की उनकी पुस्तैनी अचल संपति, संस्कृति,समुदाय, सामाजिक ताना बाना सहित जल जंगल जमीन और सभी हकहकूक आजीविका के साधन जोशीमठ की भूमि से जुड़े हैं। ऐसे में बमौथ में विस्थापित होने पर उनके पास कोई आजीविका का साधन नही बचेगा लिहाजा वो हर हाल में जोशीमठ से बाहर नही जाना चाहते हैं, इस संदर्भ में आज जोशीमठ के लोगों ने एसडीएम जोशीमठ के मार्फत सीएम धामी को ज्ञापन प्रेषित कर अपनी समस्याओं से अवगत करा दिया है और क्या कुछ कहा जोशीमठ के लोगों ने आइए सुनते हैं।