लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : बदरी – केदार मन्दिर समिति में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पद पर तैनात राजकुमार नौटियाल के सेवानिवृत्त होने पर मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, अधिकारियों, प्रधान पुजारियों, वेदपाठियों व कर्मचारियों द्वारा उन्हें भावभीनी विदाई दी गई, वहीं सेवानिवृत्त के बाद मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल के अपने गांव सारी दिलमी पहुंचने पर ग्रामीणों व परिजनों द्वारा उनका फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया।
भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर परिसर में आयोजित विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए बद्री केदार मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि राजकुमार नौटियाल ने हमेशा निष्ठा व ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। मुख्य कार्य अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कहा कि सभी धामों के यात्रा संचालन में राजकुमार नौटियाल का मुख्य योगदान रहा है। कार्याधिकारी आर सी तिवारी ने कहा कि आपकी त्याग व समर्पण की भावना को हमेशा याद किया जायेगा। ओंकारेश्वर मन्दिर के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग ने कहा कि आपका मुदुल व्यवहार अन्य कर्मचारियों के लिए भी प्रेरणास्रोत रहा है! वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने कहा कि राजकुमार नौटियाल के लम्बे अनुभव का फायदा मन्दिर समिति को निरन्तर मिलता रहा है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डी एस भुजवाण ने कहा कि आपदा के बाद केदारनाथ की यात्रा व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने में राजकुमार नौटियाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आयुर्वेदिक फार्मेसी विद्यापीठ प्रधानाचार्य हर्षवर्धन बेजवाल ने कहा कि राजकुमार नौटियाल हमेशा हर संस्थान की उन्नति के बारे में चिन्तनशील रहे हैं! इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, कालीमठ मन्दिर प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित, तुंगनाथ मन्दिर प्रबन्धक बलवीर नेगी सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखें! सेवानिवृत्त विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी का जो प्यार, स्नेह व सौहार्द मिला है उसे आजीवन भुलाया नहीं जा सकता है विदाई समारोह का संचालन देवी प्रसाद तिवारी ने किया! इस मौके पर प्रधान पुजारी बांगेश लिंग, टी गंगाधर लिंग, शिव लिंग, शान्ति लिंग, ईश्वर लिंग, धर्माधिकारी ओकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, नवीन मैठाणी, आशा राम नौटियाल, राजीव गैरोला, राजेन्द्र प्रसाद नौटियाल, रमेश नौटियाल, सतेश्वर प्रसाद सती, कुसुम नौटियाल, कुलदीप धर्म्वाण, हेमन्त धर्म्वाण, पुष्कर रावत, बिक्रम रावत, विदेश चन्द्र शैव, आनन्द तिवारी, श्रीकृष्ण वल्देव मैठाणी, प्रमोद बगवाडी, वासुदेव सेमवाल, प्रेम सिंह रावत, सुभाष सेमवाल सहित विभिन्न अधिष्ठानों के अधिकारी, कर्मचारी, ग्रामीण व परिजन मौजूद रहे।