लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत पंचायत प्रतिनिधियों एवं कर्मियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण ब्लॉक सभागार जखोली में संपन्न हुआ।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण में पंचायती राज विभाग एवं महिला एवं बाल विकास उत्थान समिति देहरादून मुख्य प्रशिक्षकों द्वारा विस्तृत जानकारी दी गयी तथा प्रशिक्षण में विभिन्न क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधियों व कर्मियों ने बढ़ – चढ़कर भागीदारी की। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी प्रेम सिंह रावत ने कहा कि पंचायत विकास योजना एवं बीमा आधारित नियोजन विषय की विस्तृत जानकारी दी। महिला एवं बाल उत्थान समिति चैयरमेन सुनीता नौटियाल ने कहा कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण में पंचायतों में सतत् विकास लक्ष्यों का स्थानीकरण के नौ बिन्दुओं पर प्रशिक्षण दिया गया तथा सभी पंचायत प्रतिनिधियों को गांव के चहुमुखी विकास के लिए प्रशिक्षण के अनुसार कार्य करना होगा। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर मुख्य प्रशिक्षक मथुरा प्रसाद त्रिपाठी, बताया कि सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीकरण के तहत गरीबी मुक्त एवं उत्तम आजीविका युक्त गांव, स्वस्थ गांव बाल हितैषी गांव, प्राप्त जल युक्त गांव, स्वच्छ एवं हरित गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित , सुशासन युक्त गांव एवं महिला हितैषी गांव सहित विभिन्न विभिन्न जानकारियां प्रशिक्षण में दी गयी। मनोज लाल ने बताया प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार हर क्षेत्र में पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे पंचायतें सशक्त हो सकें। दिनेश चन्द्र रतूड़ी ने बताया कि सरकार की मंशा है कि हर एक पंचायत आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित हो। ममता देवी व वन्दना बर्त्वाल ने भी प्रशिक्षण के समापन अवसर पर दी। इस मौके पर आनन्द सिंह, आशा देवी, हरीश सिंह, प्रदीप सिंह, पुष्पा देवी, मुकेश प्रसाद, धनेश्वरी देवी, सावित्री देवी, पुनीता देवी, ज्ञान प्रकाश, अंजू देवी, निर्मला देवी, सतेन्द्र सिंह, शान्ति देवी, अनीता देवी, नीमा देवी, कविता देवी सहित विभिन्न क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।