खुशखबरी : हरिद्वार राज्य टीटी खेल महाकुम्भ में TTTS जोशीमठ की बेटी अंशिका नेगी फाइनल में पहुंची
संजय कुंवर,हरिद्वार/जोशीमठ
सीमांत क्षेत्र जोशीमठ के गुदड़ी के लाल और जोश और जज्बे से भरे टेबल टेनिस खिलाड़ी बच्चे पंचकुला नेशनल टेबल टेनिस में धूम मचाने के बाद अब राज्य खेल महा कुम्भ हरिद्वार में भी अपना विजय अभियान जारी रखे हुए हैं। जोशीमठ के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के टेबल टेनिस ट्रैनिंग सेंटर के 5 प्रतिभाशाली टीटी खिलाड़ी अपने अपने केटीगिरि में चमोली जनपद टीम की ओर से राज्य स्तरीय टेबल टेनिस महाकुम्भ खेल प्रतियोगिता हरिद्वार में अन्य जिलों के प्रतिभागियों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। वहीं हरिद्वार खेल ग्राउंड से एक बहुत ही अच्छी खबर यह आई है कि जोशीमठ के दूरस्थ गांव किमाणा की होनहार बिटिया अंशिका नेगी ने देहरादून की अन्यनना को अंडर 14आयु वर्ग में सेमीफाइनल मुकाबले में हरा कर राज्य स्तरीय टेबल टेनिस महा कुम्भ प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में यानि अंतिम दो खिलाड़ियों में अपना स्थान पक्का कर लिया है जो जोशीमठ क्षेत्र हीं नही बल्कि पूरे चमोली जनपद के लिए गौरव की बात है।
जोशीमठ के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज जोशीमठ टेबल टेनिस ट्रेनिग सेंटर के मुख्य टी०टी० प्रशिक्षक और अंशिका नेगी के कोच विजय कुमार ने बताया कि एसवीएमआइसी की कक्षा 6 में अध्यनरत और टी०टी० खेल से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी जोशीमठ की बिटिया अंशिका नेगी ने महज एक वर्ष के अंतराल में तीन – तीन नेशनल लेबल की टी०टी०प्रतियोगिता में उत्तराखंड प्रदेश की ओर से प्रतिभाग कर राज्य का नाम रोशन किया है और अब अंशिका ने राज्य खेल महा कुम्भ टी०टी० प्रतियोगिता जो हरिद्वार के बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रही है जिसमें इस होनहार टीटी खिलाड़ी बेटी ने जोशीमठ ही नही अपितु पूरे जनपद को गौरवान्वित किया है. उनके साथ जोशीमठ के अन्य 4 खिलाडियों ने भी अपना बेहतर प्रदर्शन जारी रखा है, जिसके चलते आज टी०टी० खेल स्पर्धा में नेशनल लेवल पर उत्तराखंड राज्य की टीम में बड़ी संख्या में जोशीमठ के इन छोटे – छोटे होनहार टीटी खिलाड़ी बच्चों को देखना और राष्ट्रीय स्तर के खेलो में इनके बेहतर प्रदर्शन को देख कर सभी गदगद हैं। वहीं अपने इन सभी 5 टीटी खिलाड़ियों को SVMIC जोशीमठ के प्रधनाचार्य शंभू प्रसाद चमोला ने शुभकामनाएं भेजी है और कहा कि सभी खिलाड़ी बहुत बेहतर खेल का प्रदर्शन कर रहे है खेल भावना से खेलें और खेल और सभी खिलाडि़यों का सम्मान जरुर करें हर राउंड को फाइनल राउंड मान कर नए जोश के साथ लक्ष्य को हासिल करना ही अपना ऐम रखें तो सफलता निश्चित होगी।