लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : केदारनाथ यात्रा के खूबसूरत हिल स्टेशन भीरी के निकटवर्ती गांव सुरसाल में 21 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य के 32 वें दिन पंच देव पाण्डवों ने पतित पावनी मन्दाकिनी नदी की पावन धारा में गंगा स्नान किया तथा सहदेव के हाथों राजा पांडु को तर्पण देकर मोक्ष की कामना की गई। पंच देव पाण्डवों के भीरी आगमन पर व्यापारियों व ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया।
आगामी 23 दिसम्बर को दुयोधन वध व पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा। जानकारी देते हुए पाण्डव नृत्य कमेटी संरक्षक यूएस कपरवाण ने बताया कि सभी ग्रामीणों के सहभागिता से विगत 15 नवम्बर को पाण्डव नृत्य का शुभारंभ किया गया था तथा 21 वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य में प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण शामिल होकर धर्म की गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। अध्यक्ष गजपाल सिंह कपरवाण ने बताया कि पाण्डव नृत्य के दौरान पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र पाण्डव चौक लाना तथा शुक्रवार को गौड़ा कौथिग सहित अनेक पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है।
उपाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह कपरवाण ने बताया कि 21 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का आयोजन होने से पाण्डव पश्वाओं तथा ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा पाण्डव नृत्य में अधिकांश पश्वा पहली बार नृत्य कर रहे हैं।
सचिव जगदीश सिंह बिष्ट ने बताया कि पाण्डव नृत्य के 32 वें दिन पाण्डवों द्वारा मन्दाकिनी नदी की पावन धारा में गंगा स्नान किया गया तथा पण्डित मनीष गैरोला के वेद मंत्रों पर सहदेव द्वारा राजा पांडु को तर्पण देकर मोक्ष की कामना की गई। कोषाध्यक्ष खुशहाल सिंह बिष्ट ने बताया कि पंच देव पाण्डवों के भीरी आगमन पाण्डवों ने कई तीर्थ स्थलों में तीर्थ यात्रा की तथा व्यापारियों व ग्रामीणों द्वारा पाण्डवों का पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। वन पंचायत सरपंच बिष्ट ने बताया कि आगामी 21 दिसम्बर को भव्य चक्रव्यूह लीला मंचन, 22 को पैंय्या डाली कौथिग तथा 23 दिसम्बर को दुर्योधन वध, पाण्डव के अस्त्र – शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा। महिला मंगल दल अध्यक्ष अनीता देवी कपरवाण, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद कपरवाण, धनपाल सिंह कपरवाण, कुंवर सिंह कपरवाण, विजेन्द्र सिंह कपरवाण, हरेन्द्र सिंह कपरवाण, सूर्य पाल सिंह कपरवाण, राजेन्द्र सिंह बिष्ट सहित सुरसाल गाँव के समस्त ग्रामीणों ने आगामी 21 दिसम्बर को आयोजित होने वाले चक्रव्यूह लीला मंचन में केदार घाटी के जनमानस से सहभागिता का आवाहन किया है।