संजय कुंवर
जोशीमठ : महाराष्ट्र की नौ सदस्यीय टीम ने हिड़न पास कहे जाने वाले गुप्तखाल दर्रे को सफलतापूर्वक किया पार
ग़ौरतलब है 27 सितंबर को माउंटेन ट्रेक्स एवं नमस्ते हिमालय की टीम के साथ महाराष्ट्र के 9 ट्रैक्टरों के दल ने गमशाली गाँव से रत्तावन ग्लेशियर, बानकुण्ड, गढ़स्नो फ़ील्ड होते हुए 3 अक्टूबर को गुप्तखाल दर्रे को सफलता पूर्वक पार करके 5 अक्टूबर को बदरीनाथ धाम पहुंचे। यह इस साल का पहला दल है जिसने इस दर्रे को सफलतापूर्वक पार किया।
बता दें कि यह उत्तराखंड के सबसे कठिनतम ट्रेकों में से एक है जिसकी ऊंचाई 5830 मीटर है।
ग्रुप लीडर अजय बताते हैं की उन्होंने पनपतिया ,कालिन्दी समेत कई दर्रों की यात्रा कि है लेकिन गुप्तखाल इन सबमें सबसे कठिन है।टीम में अजय डमडेरे, अनिकेत , चैतन्य , जितेंद्र, कौस्तुभ, निनाद, शार्दुल, तृप्ति जोशी, विलास एवं माउंटेन ट्रैक्स एवं नमस्ते हिमालय कि टीम से गाइड अंबी , सचिन, रामपाल, सुभाष के साथ 12 पोर्टर्स की टीम थी।