बदरीनाथ : सादगी के साथ नर नारायण महोत्सव संपन्न
संजय कुंवर, बदरीनाथ
बदरीनाथ धाम में भगवान नर-नारायण महोत्सव के दूसरे व अंतिम दिन आज सोमवार को भगवान बदरीनाथ के जन्म स्थान लीला ढूंगी में अभिषेक पूजा अर्चना और अभिषेक किया गया।
सुबह पूजा – अर्चना के बाद मंदिर से नर नारायण की डोली भगवान के जन्म स्थान लीला ढूंगी पहुंची, जहां अभिषेक पूजा के बाद डोली यात्रा बदरीनाथ मंदिर में वापस लौटी।इससे पहले दो-दिवसीय महोत्सव के पहले दिन शनिवार को भगवान नर-नारायण की डोली अपनी मां देवी माता मूर्ति से मिलने देश के पहले गांव माणा पहुंची।
मान्यता है कि भगवान विष्णु के प्रमुख अवतारों में शामिल श्री नर-नारायण ने सतयुग में अवतार लिया और इसी पावन धाम बद्रिका आश्रम में तपस्या की थी।श्री बदरीनाथ धाम में उनके अवतरण की खुशी में सदियों से हर साल धरती के इस आठवें बैकुंठ धाम में नर-नारायण जन्मोत्सव मनाया जाता हैं।
शास्त्रों के अनुसार हस्त नक्षत्र में सूर्य के कर्क राशि में आने पर भगवान नर-नारायण का अवतरण होता है। परंपरा के अनुसार पहले दिन नर-नारायण की डोली नायब रावल के नेतृत्व में बदरीनाथ धाम से माता मूर्ति मंदिर पहुंचती है।और दूसरे अंतिम दिन लीला ढुंगी में अभिषेक पूजन होता है,
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार लीलाढुंगी में ही भगवान विष्णु ने नर-नारायण रूप में अवतार लेकर बाल लीलाएं की थीं। बदरीनाथ बामणी गांव के सामाजिक कार्यकर्ता राम नारायण भंडारी ने बताया कि लीलाढुंगी में अभिषेक पूजा के बाद नर-नारायण बदरीनाथ लौटेंगे।