पीपलकोटी : आफत की बारिश ने पीपलकोटी नगर पंचायत क्षेत्र के साथ बंड क्षेत्र में भारी नुक़सान पहुंचाया है। जिससे एक व्यक्ति की भी मौत हो गई है, जबकि दर्जनों परिवार बेघर हो गए हैं, जिन्होंने राहत शिविरों में शरण ली है। कुछ मकान व दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं हाट गांव में पौराणिक शिव मंदिर भी बह गया है। हरसारी गांव में भी लोग बाल-बाल बचे।
आफत की बारिश ने रविवार की रात्रि व सोमवार सुबह नगर पंचायत पीपलकोटी के चारों वार्डों में भारी नुक़सान पहुंचाया है। भारी बारिश से अगथला गदेरे के उफान पर आने से जोत सिंह पुत्र दिवान से मलवा में दबने से मौत हो गई। जिसे पुलिस प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। वहीं नगर पंचायत कार्यालय के पास गदेरे में मलवा आने से आदा दर्जन वाहन दब गए, वहीं पर्यावरण मित्र रिंपल, राजू का घर व सामान मलवे में बह गया। उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। मलबे से कुछ दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। नगर पंचायत कार्यालय के पास भूस्खलन होने से देवेन्द्र कुमार सहित उनके अन्य आधा दर्जन परिवारों को भी खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने रात्रि जागरण कर रात बिताई, जिनको तहसील प्रशासन ने मंदिर समिति में ठहराया है। वहीं पर्यावरण मित्रों को बाबा काली कमली में ठहराया गया है। और होटल में खाना की व्यवस्था की गई है। नौरख गांव में भी भूस्खलन होने से कुछ घरों और गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। लोगों ने रात भागकर जान बचाई। मायापूर में अतिवृष्टि से काफी प्रभावित हुआ है। लोगों ने रात दूसरे घरों में शरण ली। किरूली गांव में रोशन सिंह का घर व गौशाला को नुकसान पहुंचा है और 9 बकरियां भी बह गई है। प्रकाश सिंह का मकान भी खतरे की जद में आ गया है। सभी परिवारों ने दूसरों के घरों में शरण ली है। छोटी काशी हाट गांव के हरसारी तोक में भूस्खलन होने से आधा दर्जन परिवार बाल-बाल बचे, जबकि पौराणिक शिव मंदिर बह गया है। हर तरफ तबाही से लोगों में दहशत बना हुआ है। चमोली तहसीलदार धीरज राणा और पटवारी कोडिया ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया है और उनके खाने की व्यवस्था की गई है।