नंदप्रयाग : महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लक्ष्मी रावत द्वारा आगे आकर निरंतर कार्य किया जा रहा है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
थिरपाक गांव की लक्ष्मी रावत 20 सालों से निरंतर महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है। मास्टर ट्रेनर लक्ष्मी रावत द्वारा उत्तराखंड के 10 से अधिक जिलों में अबतक 500 से अधिक महिला समूह का गठन कर 5 हजार से अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दे चुकी है। इस दौरान उनके द्वारा 50 हजार से अधिक पौधों का रोपण भी किया गया है। अपने गांव में भी एक बड़े क्षेत्र में उनके द्वारा वृक्षारोपण किया गया है। उनके इस मुहिम में गांव की महिलाओं द्वारा पूरा सहयोग किया जा रहा है। इस वर्ष भी हरेला पर उनके द्वारा सैकड़ों पौधों का रोपण किया गया।
वहीं इसी सप्ताह जोशीमठ के रविग्राम में लक्ष्मी रावत द्वारा ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तीन दिवसीय मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया। इतना ही नहीं नंदप्रयाग के सुनाली गांव में महिला समूहों को पशुपालन की जानकारी दी गई। साथ ही कुछ गांवों में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए जागरूक किया गया।