पीपलकोटी : मठ गांव के नीचे लगातार हो रहे भूधंसाव से गांव को खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने भूधंसाव के लिए टीएचडीसी को जिम्मेदार ठहराया है। जिस पर टीएचडीसी के अधिकारियों व टेक्निकल टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। और ग्रामीणों से वार्ता कर भूधंसाव की रोकथाम के लिए आश्वासन दिया गया है।
दशोली ब्लाक के मठ गांव के नीचे लगातार हो रहे भूधंसाव का दायरा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिससे गांव के 15 से अधिक परिवारों को खतरा पैदा हो गया है। जिनमें चार परिवार अतिसंवेदनशील बने हुए हैं, जिनके घरों पर ठहरना अब खतरे से खाली नहीं है। चमोली तहसील प्रशासन ने भी एहतियातन चार परिवारों को नोटिस जारी कर सुरक्षित स्थानों पर ठहरने का आदेश दिया हैं। वहीं ग्रामीणों ने भूधंसाव के लिए टीएचडीसी को जिम्मेदार ठहराया है। प्रभावितों का कहना है कि वर्ष 2009 में टीएचडीसी द्वारा जब तेंदुली – गुनियाल सड़क निर्माण किया गया तभी से भूधंसाव शुरू हुआ है। जो धीरे-धीरे अब गांव तक पहुंच गया है। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी द्वारा यदि उसी समय इसकी रोकथाम किया होता तो आज ये स्थिति नहीं होती।
भूधंसाव से गांव को खतरा होने पर बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने भूस्खलन क्षेत्र का निरीक्षण कर टीएचडीसी को त्वरित कार्रवाई करते हुए इसके रोकथाम के लिए इसका ट्रीटमेंट करने के आदेश दिए गए। वहीं दशोली प्रमुख बिनीता देवी ने भी टीएचडीसी को इस बाबत ज्ञापन सौंपा गया। जिसपर शुक्रवार को टीएचडीसी के उच्चाधिकारियों व टेक्निकल टीम ने भूस्खलन क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। और ग्रामीणों से वार्ता कर जल्द ही भूस्खलन क्षेत्र का ट्रीटमेंट करने का आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर मनोज कुमार, जगदीश नेगी, बलवंत सिंह, तारेन्द्र सिंह, गोपाल नेगी, अनुसूया सिंह, प्रेम सिंह व हरीश नेगी सहित अन्य उपस्थित रहे।