केएस असवाल
गौचर : जनपद चमोली के प्रवेश द्वार कमेड़ा के जखेड़ में बंद राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने की कवायद तीसरे दिन भी जारी रही। हालांकि बुधवार को मार्ग खोलने की संभावना व्यक्त की जा रही थी लेकिन भारी दलदल व ऊपर से लगातार आ रहे मलवे से मार्ग खोलने की संभावना कम ही नजर आ रही है।
बीते रविवार को क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के कारण जनपद चमोली की सीमा कमेड़ा जखेड़ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी डाट पुलिया सहित मार्ग वास आउट होने के साथ लगभग 100 मीटर हिस्से पर भारी मलवा आने से मार्ग अवरूद्ध हो गया था। जनपद चमोली की लाइफ लाइन इस मार्ग को खोलने के लिए सोमवार से कार्य शुरू कर दिया गया था। शुरुआती दिन मार्ग खोलने के लिए दो पोकलैंड मशीन लगाई गई थी, बुधवार को मशीनों की संख्या बढ़ाकर तीन कर दी गई है। बाबजूद इसके तीसरे दिन तीसरे शाम तक सड़क बनाने में पहाड़ी काटकर लगभग 80 प्रतिशत ही कामयाबी मिल पाई है। हालांकि बुधवार शाम तक मार्ग को पैदल आवाजाही के लिए बना दिया गया है। भारी बोल्डरों व चिकनी मिट्टी होने की वजह से डोजर आपरेटरों को मार्ग खोलने में नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। इस स्थान पर जिस प्रकार से काफी दूर से पहाड़ी खिसककर नीचे आ रही है इससे यह भूस्खलन क्षेत्र आगे भी नासूर बने रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है। एनएचईडीसीएल के अधीन इस मार्ग को खोलने के लिए रेलवे निर्माण कंपनी डीबीएल के बाद अब मेघा कंपनी ने भी अपनी पोकलैंड मशीन लगा दी है। लेकिन ताजुब तो इस बात का है कि एनएचईडीसीएल का कोई भी जबाबदेह अधिकारी मौके पर नजर नहीं आए। दूसरी ओर पीएमजीएसवाई रूद्रप्रयाग के अधीन रूद्रप्रयाग छिनका सारी गौचर मोटर मार्ग के सारी के पास बंद होने की वजह से वाहनों को रूद्रप्रयाग पोखरी कर्णप्रयाग का लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। पीएमजीएसवाई के अवर अभियंता वासुदेव पुरोहित का कहना है कि बुधवार शाम तक मार्ग खोल दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने से रसोई गैस, खाद्यान्न,पशु चारे की भी समस्या खड़ी हो गई है। पोखरी होकर जो सब्जी यहां पहुंच रही है उसके दाम भी बढ़ गए हैं।