केएस असवाल
गौचर : सरकार व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते आजादी के सात दशक साल बाद भी कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के सकंड गांव के ग्रामीणों का सड़क का सपना आज भी अधूरा बना हुआ है।
सकंड गांव के लोक कलाकार दिगम्बर बिष्ट
कर्णप्रयाग ब्लाक सकंड गांव के लोक कलाकार एवं समाजसेवी दिगंबर सिंह बिष्ट ने कहा कि आज जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव हर्षोल्लास से मना रहा है। वहीं दूसरी ओर आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम सड़क सुविधा के लिए मोहताज हैं। उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली डबल इंजन भाजपा की सरकार भी हमारे गांव तक सड़क नहीं पहुंचा पाई है। दिगंबर सिंह बताते हैं कि यातायात सुविधा नहीं होने से गांव से लोगों का पलायन भी हो रहा है। वर्षों से पत्राचार करने के बाद भी सुदूरवर्ती गांव की जनता को अभी तक कोई भी सरकार सड़क सुविधा से नहीं जोड़ पायी है। जिस वजह से गांववासी सात किलोमीटर की पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं। यातायात सुविधा न होने से गम्भीर रोगियों के साथ ही गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाना गांववासियों के लिए भारी समस्या बनी हुई है। आजादी के 75 साल में कई सरकारें आईं और गईं लेकिन किसी ने भी सकंड गांव की सुध लेना जरूरी नहीं समझा।
बताते हैं कि सड़क सुविधा के अभाव में कई बीमार लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाना गांववासियों के लिए बहुत ही कठिन होता है।सामाजिक कार्यकर्ता दिगम्बर बिष्ट कहते हैं कि हमारे क्षेत्र से ही अनिल नौटियाल भाजपा से तीन बार के विधायक हो गये हैं। उनसे भी गांववासी सड़क सुविधा की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक सड़क सुविधा के बारे में कोई भी कार्यवाही होती नहीं दिखाई दे रही है।