ऊखीमठ : गुरिल्ला संगठन की जिला स्तरीय बैठक जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई तथा गुरिल्लाओं की तीन सूत्रीय मांगों पर विस्तृत चर्चा के बाद, गुरिल्लाओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है। बैठक में भारी संख्या में गुरिल्लाओं ने भागीदारी की। ब्लॉक सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए गुरिल्ला संगठन की जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत ने प्रदेश सरकार पर गुरिल्लाओं के हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की लापरवाही के कारण गुरिल्ला अपने अधिकारों के लिए दर – दर भटकने को विवश बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा दस माह पूर्व प्रदेश सरकार को तीन माह के भीतर गुरिल्लाओं की तीन सूत्रीय मांगों पर अमल करने के निर्देश दिये गये थे मगर 10 माह का समय गुजर जाने के बाद भी गुरिल्लाओं की तीन सूत्रीय मांगों पर अमल न होने से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश सरकार गुरिल्लाओं के हितों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते गुरिल्लाओ को न्याय नहीं मिला तो गुरिल्लाओं को अपने अधिकारों के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए विवश होना पड़ेगा। संगठन के प्रदेश सलाहकार आनन्द सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार के नेतृत्व में भ्रष्टाचार चरम पर है, गरीब व असहाय मंहगाई से त्रस्त है इसलिए आगामी लोक सभा चुनाव में सभी को एक मंच पर आकर केन्द्र व प्रदेश सरकार का कड़ा विरोध करना होगा। हरि कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि प्रदेश सरकार की अनदेखी के कारण गुरिल्लाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है इसलिए सभी गुरिल्लाओं को न्याय पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर बद्री दत्त, बिन्दी लाल, राकेश प्रसाद, वासुदेव, प्रीति देवी, नर्मदा देवी, कृपाल सिंह, मदन लाल, रोशन लाल सहित कई क्षेत्रों के गुरिल्ला मौजूद रहे।
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Sat Jul 8 , 2023