विश्व धरोहर फूलों की घाटी में क्वीन ऑफ अल्पाइन हिमालयन फ्लावर ब्लू पॉपी पुष्प ने बिखेरी खुशबू
संजय कुंवर फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान,घांघरिया,जोशीमठ
विश्व धरोहर फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान में मानसून की दस्तक से पूर्व ही अल्पाइन हिमालयी पुष्पों की रंगत बढ़ने लगी है,यहां अब दुर्लभ पुष्पों की प्रजातियां खिलने लग गई हैं।
फूलों की घाटी का दीदार करता प्रकृति प्रेमी
घाटी में सबसे आकर्षक पुष्पों में एक हिमालयन ब्लू पॉपी जिसे अल्पाइन हिमालय के पुष्पों की रानी कहा जाता है इस ब्लू पॉपी पुष्प कि दस्तक घाटी में चार चांद लगा रही है। अपने आकर्षण के चलते खासकर जापानी प्रकृति प्रेमियों की पहली पसंद इस ब्लू पॉपी पुष्प के समय पर वैली में खिलने की खबर से जापानी पर्यटक भी खासा उत्साहित हैं। घांघरिया में नन्दा लोकपाल होटल कारोबारी स्थानीय पुलना गांव के संजय सिंह चौहान बताते हैं की घाटी में ब्लू पॉपी खिलने के बाद अब लगातार जापानी टूर ऑपरेटर घांघरिया और जोशीमठ के होटल कारोबारियों ओर ट्रैवल कम्पनियों से संपर्क कर फूलों की घाटी के टूर बुकिंग करा रहे हैं, उनके पास भी 5 जुलाई की जापानी पर्यटकों की एक बुकिंग आ चुकी है अभी घाटी में करीब पोटेंटिला, जिरेनियम,एनीमोना, प्रिमूला,मार्श मेरी गोल्ड,फॉरगेट मी नोट,एस्टर, स्नेक लिली, हिमालयन ब्लू पॉपी, सहित 25 से अधिक प्रजाति के रंग-बिरंगे फूल खिल रहे हैं। फूलों की घाटी का विहंगम दृश्य
जिससे फूलों की घाटी में चहल पहल लौटने लग गई है। अबतक घाटी में करीब 1280 देशी और 17 विदेशी पर्यटक पहुंच चुके हैं। यही नहीं घाटी में फूलों के खिलने की खबर के बाद अब मध्य जुलाई ओर अगस्त के लिए स्थानीय होटलों में भी प्रकृति प्रेमी पर्यटकों की बुकिंग बढ़नी शुरू हो गई है। जिससे स्थानीय होटल कारोबारियों और छेत्र के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े युवाओं में भी खासा उत्साह है।