संजय कुंवर
तपोवन : चिपको आंदोलन की 49 वीं वर्ष गांठ पर जोशीमठ संघर्ष समिति द्वारा रन फॉर जोशीमठ रेस का आयोजन
पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्तराखंड चमोली जिले के सीमांत धौली गंगा घाटी और ऋषि गंगा घाटी में 70 के दशक में चले विश्व प्रसिद्ध चिपको आंदोलन की 49 वीं वर्ष गांठ पर सेवा हिमालय और जोशीमठ बचाने के लिए रन फॉर जोशीमठ “जागरूकता रेस” का आयोजन जोशीमठ बचाओ संघर्ष समीति द्वारा किया गया। इस जागरूकता दौड़ में एनटीपीसी गो बैक और सेव हिमालया सेव जोशीमठ के नारों से गूंज उठी धौली गंगा घाटी, आप तस्वीरों में देख सकते हैं किस क़दर जोश खरोश दिखाई दे रहा है। रन फॉर जोशीमठ संदेशात्मक रेस के प्रतिभागियों में रेस के संयोजक अतुल सती ने बताया कि यह सदभावना दौड़ आज विश्व पर्यावरण संरक्षण आंदोलन चिपको मूवमेंट की 49 वीं वर्ष गांठ पर आम जन मानस में सेव हिमालय सेव जोशीमठ ओर पर्यावरण बचाने के लिए जागरूक करने बावत संदेशात्मक दौड़ है। सेव जोशीमठ एनटीपीसी गो बैक, के बुलंद नारों की गूंज के साथ और पर्यावरण बचाने हिमालय बचाने का संदेश देते हुए आज 26 मार्च को चिपको आंदोलन की प्रणेता स्वर्गीय गौरा देवी की कर्म भूमि रैंणी धौली गंगा घाटी से शुरू होकर यह सदभावना दौड़ तपोवन बड़ागांव होकर जोशीमठ पहुंच कर समाप्त हुई। जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं के साथ – साथ महिलाओं ने भी प्रतिभाग किया
दौड़ सुबह 8 बजे तपोवन से शुरू होकर जोशीमठ चौराहे पर सम्पन्न हुई।