उर्गम रामलीला में बाली – सुग्रीव युद्ध ने ठंड के बीच दर्शकों को बांधे रखा – रघुबीर नेगी

Team PahadRaftar

रिपोर्ट रघुबीर नेगी जोशीमठ चमोली

उर्गमघाटी : पंच बदरी ध्यान बदरी की धरती पर बदरीश रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित श्रीराम लीला महायज्ञ के दसवें दिन भगवान राम लक्ष्मण हनुमान के कन्धों पर ऋषिमूक पर्वत पर पहुंचे जहां उनकी मित्रता वानर राज सुग्रीव से होती है । भगवान श्रीराम सुग्रीव से सीता की खोज में सहायता मांगते हैं। सुग्रीव बाली द्वारा उसे राज्य से निकाले जाने तथा उसकी पत्नी का हरण करने की व्यथा सुनाते हैं ।

 

भगवान श्रीराम सुग्रीव को उनके राज्य लौटाने का वचन देते हैं और सुग्रीव को बाली से युद्ध करने के लिए भेजते हैं सुग्रीव किष्किंधा पहुंचकर बाली को ललकारते हैं । दोनों के बीच भयंकर संग्राम होता है बाली सुग्रीव को घायल कर देते हैं सुग्रीव घायल अवस्था में भगवान राम के पास पहुंचकर उनसे कहता है कि जब आपने बाली को नहीं मारना था तो मुझे युद्ध में भेजा ही क्यों भगवान श्रीराम कहते हैं कि हे सुग्रीव तुम दोनों भाइयों की शक्ल एक जैसी है और मैं तुमको पहचान नहीं पाया। इस बार भगवान सुग्रीव को माला देकर पुनः युद्ध करने भेजते हैं और छुपकर बाण से बाली का वध कर देते हैं । मराणासन्न में पड़ा बाली भगवान से कहता है हे भगवान आपने मुझे छल से क्यों मारा लड़ना ही था तो सामने आकर लड़ते। मैं बेरी सुग्रीव पियारा कारण कवन नाथ मोहि मारा । जिस पर भगवान राम कहते हैं अनुज बहु भगनी सुत नारी सुन सठ सम कन्या ये चारी अर्थात हे बाली छोटे भाई की पत्नी बेटी के समान होती है और तुमने अपराध किया जिसका मुझे तुम्हें दण्ड देना पड़ा। बाली अपने अपराधों की क्षमा मांगता है और भगवान राम से मोक्ष की कामना कर प्राण त्याग देता है । भगवान श्रीराम लक्ष्मण को किष्किंधा भेजकर सुग्रीव का राज्याभिषेक कर अंगद को युवराज बना देते हैं। बाली सुग्रीव के पात्र सौरभ रावत एवं इतेश सेमवाल राम लक्ष्मण भरतभूषण पवांर एवं राकेश नेगी हनुमान की भूमिका रघुबीर नेगी ने शानदार अभिनय किया । इस अवसर पर हरीश परमार ब्लाक प्रमुख जोशीमठ मिकंल देवी प्रधान उर्गम अनुज चौहान अध्यक्ष बदरीश रामलीला कमेटी भगवती सेमवाल सरपंच संयुक्त वन पंचायत उर्गम संदीप नेगी कोषाध्यक्ष कल्पेश्वर महादेव मंदिर समिति अवतार पवांर देवेन्द्र नेगी दीपक पवांर रघुबीर नेगी समेत सैकड़ों भक्त उपस्थित थे।

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