ऊखीमठ : 14 जून 2018 को बादीपुरा जम्मू कश्मीर की सीमा पर शहीद हुए कालीमठ घाटी के कविल्ठा निवासी शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत की पुण्य स्मृति में उनके पैतृक गांव कविल्ठा में निर्मित प्रवेश द्वार व मूर्ति का अनावरण आर्मी की बैण्ड धुनों के साथ किया गया। शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत की मूर्ति व प्रवेश द्वार के अनावरण अवसर पर शहीद की पत्नी , परिजन व ग्रामीणों में भावुक क्षण देखने को मिले। आर्मी की बैण्ड धुनों व वन्दे मातरम् के उद्घोषों के साथ शहीद के चित्र पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। प्रवेश द्वार व मूर्ति अनावरण के बाद शहीद की पुण्य समृति में आयोजित शहीद श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जी आई सी कोटमा, प्राथमिक विद्यालय कविल्ठा व महिला मंगल दल कविल्ठा द्वारा देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से देश के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए। राज्य योजना के अन्तर्गत डेढ़ लाख रुपये की लागत तथा शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के परिजनों के सहयोग से निर्मित मूर्ति के अनावरण अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि शहीदों की शहादत की बदौलत हमें आजादी व पृथक राज्य की प्राप्ति हुई है तथा हमारे सैनिक आज भी सीमाओं पर अपने प्राणों की परवाह किये बगैर सजग प्रहरी की तरह देश सेवा कर रहे हैं। उन्होंने शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के बलिदान को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत ने देश के प्रति अपना बलिदान देकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।उन्होंने कहा कि कालीमठ घाटी में समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है जिनके निराकार के लिए सामूहिक पहल की जायेगी। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के बलिदान को आजीवन भुलाया नहीं जा सकता है तथा देश की सीमाओं पर तैनात जवान हमेशा अपने प्राणों की बाजी लगाकर मां भारती को याद करते हुए देश की रक्षा करते हैैं। उन्होंने शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत की पत्नी विनीता रावत, 11 वर्षीय पुत्री जानवी रावत, 9 वर्षीय पुत्र अनुराग रावत तथा 1965 में भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए शहीद राम सिंह राणा की पत्नी अषाढी देवी को समृद्धि चिह्न व शांल ओढ़कर सम्मानित किया! शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के पिता नरेन्द्र सिंह रावत ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि सीमाओं पर तैनात जवान हमेशा देश के लिए समर्पण की भावना से सेवा करता है। उन्होंने जी आई सी कोटमा का नाम शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के नाम रखे जाने पर वर्तमान व पूर्व जनप्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना की तथा शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत की पुण्य समृति में निर्मित प्रवेश द्वार के निर्माण में जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा का विशेष योगदान देने पर उनके प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधान कविल्ठा अरविन्द राणा ने शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत व शहीद राम सिंह राणा को श्रद्धांजलि देते हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया! इससे पूर्व गढ़वाल इस्काउड के हवलदार नरेन्द्र सिंह बुटोला के नेतृत्व में 11 सदस्यीय बैण्ड पार्टी द्वारा रीत परेड के माध्यम तथा 6 गढवाल राइफल्स की तीन सदस्यीय टीम के नेतृत्व में पूर्व नायक दलीप रावत द्वारा शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के चित्र पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी जिस पर शहीद मानवेन्द्र सिंह रावत के परिजन व ग्रामीण भावुक हुए। प्राथमिक विद्यालय कविल्ठा में आयोजित कार्यक्रम में जी आई सी कोटमा, प्राथमिक विद्यालय तथा महिला मंगल दल कविल्ठा द्वारा देश भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए। इस मौके पर प्रधान त्रिलोक सिंह रावत, आशा सती, राकेश रावत, गजपाल राणा, दिलवर रावत,सामाजिक कार्यकर्ता बलवन्त सिंह रावत, पी टी ए अध्यक्ष विशम्बर भटट, प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित, कालीदास जन्म भू स्मारक समिति अध्यक्ष बीरेन्द्र रावत, महामंत्री सुरेशानन्द गौड़, वेदपाठी रमेश चन्द्र भटट्, श्री नन्द जमलोकी, लक्ष्मण सिंह सत्कारी, दिनेश सत्कारी, ओमप्रकाश भटट्, कृपाल सिंह राणा, प्रदीप राणा, सदानन्द भटट्, अनिल भटट्, सन्दीप भटट्, रजनी शर्मा, अंजू चौहान, खण्ड विकास अधिकारी दिनेश चन्द्र मैठाणी, नायब तहसीलदार जयकृत रावत, राजस्व उप निरीक्षक दिवाकर डिमरी, ग्राम विकास अधिकारी महेन्द्र रावत, उमा शंकर सहित शहीद के परिजन, जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद थे।