ऊखीमठ : विगत दिनों देहरादून में तीलू रौतेली पुरुस्कार से सम्मानित हुई केदार घाटी के त्यूडी़ गाँव निवासी गीता रावत के केदार घाटी व त्यूडी़ गाँव आगमन पर जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों व परिजनों ने उनका ढोल – नगाड़ों व फूल – मालाओं से भव्य स्वागत किया। त्यूडी़ गाँव में पहली बार किसी महिला के तीलू रौतेली पुरुस्कार से नवाजे जाने पर ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है। गीता रावत के त्यूडी़ गाँव आगमन पर ग्रामीणों द्वारा उनके स्वागत सम्मान में अभिन्दन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने गीता रावत के प्रयासों की भूरि – भूरि प्रशंसा करते हुए क्षेत्र की अन्य महिलाओं को भी गीता रावत के प्रयासों से प्रेरणा लेने का आवाह्न किया। गीता रावत के तीलू रौतेली पुरुस्कार से नवाजे जाने पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने खुशी व्यक्त की। गीता रावत के त्यूडी़ गाँव आगमन पर गाँव में आयोजित अभिन्दन समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रधान सुभाष रावत ने कहा कि आप सभी गांववासियों व क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद से गीता रावत को तीलू रौतेली पुरुष्कार से नवाजा गया है। उप प्रधान महादेव सिंह धिरवाण ने कहा कि गीता रावत के तीलू रौतेली पुरुष्कार से नवाजा जाने से केदार घाटी का नाम पूरे देश में रोशन हुआ है। दया राम बहुगुणा ने कहा कि गीता रावत की सच्ची निष्ठा, लगन व मेहनत की बदौलत उन्हें तीलू रौतेली पुरुस्कार से नवाजा गया है। अशोक बहुगुणा ने कहा कि गीता रावत ने हमेशा लगन , निष्ठा व समर्पित भावना से समाज के लिए कार्य किया है जिसका परिणाम उन्हें आज तीलू रौतेली पुरुस्कार के रूप में मिला है। गब्बर सिंह रावत ने कहा कि गाँव व क्षेत्र की अन्य महिलाओं को भी गीता रावत के प्रयासों से प्रेरणा लेकर उनके पद चिन्हों पर अग्रसर होने का प्रयास करना चाहिए। कुलदीप सेमवाल ने कहा कि गीता रावत की त्याग व समर्पण की भावना को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। गीता रावत को तीलू रौतेली पुरुस्कार से नवाजे जाने पर क्षेत्र पंचायत सदस्य रंजना देवी , प्रधान बणसू पिंकी देवी, देवर लक्ष्मी देवी, रूद्रपुर मंजू देवी, खुमेरा अनीता देवी, भेतसेम मीना देवी, नाला कम्लेश्वरी देवी, सांकरी कविता देवी, गुप्तकाशी प्रेम सिंह नेगी, भैसारी कल्पेश्वरी देवी, ब्यूग सुनीता जोशी सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने खुशी व्यक्त की। इस मौके पर सुरेन्द्र सिंह रावत, सूरज सिंह,छोटिया सिंह,उदय सेमवाल, मदन धिरवाण, पूजा देवी, सुरेशी देवी, शिव सिंह रावत,कैलाशी देवी, पुष्पा देवी, भुगनी देवी, ललिता देवी, मंजू देवी, बीना देवी, सुशीला देवी, लक्ष्मी देवी पवित्रा देवी, बवीता देवी सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।
देश के अंतिम गांव माणा की बहिनों ने आइटीबीपी के हिमवीरों की कलाई पर बांधी राखी - संजय कुंवर
Fri Aug 12 , 2022