भारत – चीन सीमा का जुम्मा गांव में पानी का संकट गहराया। सिंचाई विभाग ने आधा – अधूरा कार्य कर बजट का किया बंदरबांट। ग्रामीणों ने श्रमदान कर पानी खेत तक पहुंचा।
भारत – चीन सीमा पर स्थित द्वितीय रक्षा पंक्ति के जुम्मा गांव में वर्ष 2021 में जिला योजना के तहत ग्रामीणों के खेतों में सिंचाई नहर निर्माण कार्य का काम होना था। परन्तु यह कार्य नही हो पाया है। जिससे सीमांत के ग्रामीणों ने नाराजगी है। सिचाई विभाग् द्वारा बिजली के खंभों का सिचाई नहर में उपयोग किया गया और पूरा बजट का कोई पता नही है।
जुम्मा गांव के निवासी शीतकाल में कालेश्वर नामक स्थान पर रहते हैं। जिससे उन्हें पता नही की यह कार्य उनके शीतकाल में किया गया जिस से सिचाई विभाग अपनी मनमानी के कारण ग्रामीणों के खेतों तक पानी पहुंचाने में नाकाम रही है। नहर खेत तक न होने पर
अब ग्रामीण खुद सिचाई नहर निर्माण मिट्टी कटाव कर बना रहे हैं। नीती माणा समिति चमोली अध्यक्ष मनोज रावत का कहना है कि सिंचाई अधिकारी उक्त मामले का संज्ञान लें और जल्द से जल्द कारवाई करें। जिससे ग्रामीणों को सिचाई युक्त पानी मिल सके ।
ग्रामीण बलबीर सिंह ग्राम सरपंच जुम्मा रणजीत सिंह, चन्द्र सिंह, डब्ल सिंह, मंगी देवी ,रूपा देवी,बिनीता राणा, झाँपि देवी, आदि महिलाओं ने श्रमदान कर पानी खेत तक पहुंचा।