रिपोर्ट रघुबीर नेगी उर्गम घाटी
चिपको नेत्री 25 वां गौरा देवी प्रकृति पर्यटन विकास मेला में सम्मानित हुई प्रतिभाएं
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले 25वां गौरा देवी पर्यावरण प्रकृति पर्यटन विकास मेला का शुभारंभ हो गया।
प्रथम दिवस के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि बदरीनाथ के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी के द्वारा चिपको आंदोलन की नेत्री गौरा देवी व उत्तराखंड की आराध्या मां नंदा देवी चित्रों पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
लगातार विगत 25 वर्षों से क्षेत्र की ग्राम पंचायत एवं स्वैच्छिक संगठन जनदेश के संयुक्त प्रयासों से संचालित किया जाता है। विगत दो वर्षों से कोविड के कारण मेला का आयोजन नही हो सका। पुनः इस वर्ष भव्य रुप से मेले का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में विकास विभागों की स्थलों का भी उद्घाटन किया गया ।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में जाने-माने समाजसेवी लेखक पर्यावरणविद सुरेश भाई, पर्यावरण वाले गुरुजी मोहन कांडपाल एवं उर्गम वार्ड के जिला पंचायत सदस्य सूरज सैलानी उपस्थित थे । मेले की अध्यक्षता क्षेत्र प्रमुख जोशीमठ हरीश परमार के द्वारा किया गया इस मौके पर गौरा देवी सम्मान 2022 के दिए गए जिसमें पर्यावरण के क्षेत्र में संघर्ष करने वाले सुरेश भाई जो विगत 30 दशक से उत्तराखंड के जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए जन आंदोलनों में भागीदारी करते रहे प्रमुख आंदोलन में रक्षा सूत्र आंदोलन पेड़ों की संरक्षण के लिए पेड़ों पर राखी बांधकर पेड़ों के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य करते रहें नदी घाटी आंदोलनों में भी सक्रिय भागीदारी रही उन्हें यह सम्मान दिया गया। समाज सेवा के क्षेत्र में पूरण भाई पीएसआई देहरादून 28 वर्षों से भी अधिक समय से सामाजिक कार्य में संलग्न रघुवीर सिंह चौहान, रुद्रप्रयाग की विनोद कंडारी लोक जागृति विकास संस्थान के साथ मिलकर लंबे समय तक सामाजिक सरोकारों से जुड़कर कार्य करते रहे। वर्तमान में राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में भी कार्यरत हैं । पत्रकारिता के क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार रजपाल बिष्ट, दबी जुबान के मुख्य संपादक समाजसेवी जगदीश पोखरियाल, स्वतंत्र पत्रकार रघुवीर सिंह नेगी को यह सम्मान दिया गया। गौरा देवी पर्यावरण सम्मान मरणोपरांत श्री गोपाल कृष्ण पांथरी जिन्होंने एक लंबे समय तक चमोली जिले में 31शिक्षण कार्य करने के साथ-साथ एक पर्यावरण कार्यकर्ता भी रहे। इस सम्मान को आज उनके पुत्र सुनील श्री पांथरी योग पुरस्कार प्राप्त किया।
स्वर्गीय चक्रधर तिवारी जिन्होंने अपना जीवन पर्यावरण को समर्पित किया चिपको आंदोलन की सक्रिय सदस्य के रूप में सम्मिलित रहे इन्हें मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया। इनके बेटे शिक्षक मनोज तिवारी ने इस सम्मान को प्राप्त किया। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण की जनपद चमोली में कार्यरत 20 वर्षों से कठिन परिस्थितियों में काम करने वाले बाल अधिकार एवं महिला अधिकार के लिए समाजसेवी सीमा असवाल को यह सम्मान दिया गया। सामाजिक कामों को आगे बढ़ाने के लिए संस्थागत पुरस्कारों में महिला मंगल दल सलना को दूग्ध विकास के लिए उन्हें सम्मान दिया गया फ्यूला नारायण फ्रेंड्स ग्रुप को गौरा देवी सम्मान प्रदान किया गया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि पंच केदार पंच बदरी की धरती में प्रकृति पर्यटन की अपार संभावनाएं यहां सरकार को व्यवस्थित रूप से पर्यटन के लिए एक स्थाई कार्य योजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि होमस्टे की योजना आज यहां सफल हो रही है बेरोजगारों को रोजगार मिल रहे हैं। कल्पेश्वर को पर्यटन सर्किट जोड़ करके बड़ा लाभ मिल सकता है। यहां से 12 से अधिक ट्रेकरूट अलग-अलग स्थानों को जाते हैं इसकी प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए उनके द्वारा हर संभव सहयोग किया जाएगा। आयोजक मंडल के द्वारा उनका नागरिक अभिनंदन किया गया। और उन्हें उर्गम घाटी आधारित स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
प्रमुख क्षेत्र पंचायत ने कहा कि हम लोग संघर्ष से ही आगे बढ़े हैं हमारा संघर्ष जारी रहेगा वर्ष भर में एक बार मिलना हमारा यह विकास की पड़ताल का एक सोच है जैसे हमने पर्यावरण एवं संस्कृति सभ्यता से जोड़ कर रखा है। आज भी हम लोग चिपको की लोगों को प्रणाम करते हैं जिन्होंने इस आंदोलन को विश्वव्यापी बनाया। सुरेश भाई ने कहा कि आज का समय व्यापारिक हो गया है सरकारी नीतियां भी यहां की पर्यावरण को बचाने में असफल हो गई है आज जहां था धरती का विदोहन किया जा रहा है।
यदि समय रहते भी प्रकृति के संरक्षण में आगे नहीं आए लोग हिमालय रेगिस्तान होने में समय नहीं लगेगा।
पूरण वतर्वाल ने कहा कि हमें समय रहते ही परंपरागत जल स्रोतों के संरक्षण के लिए काम करने की आवश्यकता है मोहन कांडपाल जी ने कहा गांव में वह शक्ति विद्यमान है जो बड़ा बदलाव ला सकती है हमें लोगों के साथ संगठन की मजबूती पर काम करना पड़ेगा।
इस कार्यक्रम में पूरी क्षेत्र के 20 से अधिक के शिक्षण संस्थाओं कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। बाल कलाकारों के द्वारा पर्यावरण आधारित भाषण एवं लोकगीत लोकगीत का प्रस्तुतीकरण किया गया संस्कृति विभाग सूचना विभाग चमोली की लोक कलाकारों द्वारा सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार किया गया। कार्यक्रम में विचार रखने वालों में जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी देवग्राम के प्रधान देवेंद्र सिंह रावत, उर्गम प्रधान मिंकल देवी भरकी की प्रधान मंजू देवी पूर्व प्रधान हीरा सिंह चौहान अनुज नेगी समाजसेवी उजागर सिंह शंकर सिंह चौहान पूर्व प्रधान भगवती प्रसाद सेमवाल प्रकाश चंद डिमरी अभिजीत प्रकाश आदि लोगों ने विचार रखे ।