ऊखीमठ : तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत मक्कू के प्रधान विजयपाल नेगी ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर भीरी – परकण्डी – मक्कू मोटर मार्ग को हाटमिसिंग करने की मांग की, जिससे तुंगनाथ घाटी के तीर्थाटन – पर्यटन व्यवसाय में इजाफा होने के साथ स्थानीय जनता को आवागमन करने में सुविधा मिल सके। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौपें ज्ञापन का हवाला देते हुए प्रधान मक्कू विजयपाल नेगी ने बताया कि रुद्रप्रयाग गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग से भीरी परकण्डी पल्द्वाड़ी मक्कूमठ मोटरमार्ग तृतीय केदार श्री 108 तुंगनाथ गद्दी स्थल व धाम सहित बद्रीनाथ धाम पहुंचने का अत्यन्त नजदीकी मार्ग है । तथा 2012 की चुन्नी मंगोली आपदा, 2013 की केदारनाथ की दैवीय आपदा में यह मार्ग तहसील व विकास खण्ड मुख्यालय सहित सैकड़ों गाँवों को जोडने में पूर्ण रूप से संजीवनी साबित हुआ है। वर्तमान में यह मार्ग राज्य मार्ग घोषित है लेकिन उसके बाद भी प्रारम्भ में नौ किलो मीटर पी ० एम० जी ० एस ० वाई ० के पास ही है। जिसकी स्थिति जानलेवा बनने के साथ अत्यन्त गम्भीर व चिंताजनक बनी हुई है । हर वर्ष मरम्मत के नाम पर लाखों की धन राशि संबंधित विभाग द्वारा व्यय की जा रही है मगर फिर भी सड़क का सृदृढीकरण ” ढाक के तीन पात ” ही नजर आता है । इस महत्वपूर्ण कार्य के सम्पादन हेतु शासन-प्रशासन व विभाग से कई बार गुहार लगाई गयी है मगर किसी के कानों में ” जूँ तक नहीं रेंगी” है।
एक बार फिर वर्तमान के शुरू यात्रा प्रारम्भ में ही कुण्ड चोपता गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग टूट जाने के कारण यह मार्ग पूर्ण रूप से बाधित है। जिसके कारण केदारनाथ दर्शन के बाद बदरीनाथ धाम पहुंचने वाले अधिकांश छोटे वाहनों में यात्रा करने वाले श्रद्धालु भीरी मक्कूमठ चोपता मार्ग से बदरीनाथ धाम तो निकल रहे हैं, मगर बड़े वाहन लम्बा सफर तय कर रूद्रप्रयाग से ही बदरीनाथ धाम को पहुँच रहे हैं । ब्लॉक मुख्यालय सहित कई गांवों में रोजमर्रा की वस्तुएँ पहुँचाने हेतु यही मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग का काम कर रहा है। मगर लम्बे वर्षों से ऐसी संजीवनी सावित हो रही सड़क आज भी शासन-प्रशासन व विभाग की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। इस प्रकार की लापरवाही इस क्षेत्र की जनता के लिए एक अभिषाप बनकर रह गया है। कहा कि यह सम्पूर्ण बत्तीस किमी का राज़मार्ग हार्ड रॉक व टिकाऊ वाले स्थानों से गुजर रहा है। जिसका चौड़ीकरण के साथ हॉट मिक्स के माध्यम से सुदृढीकरण किया जाना उचित है । कुण्ड- चोपता – गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बत्तीस किमी के बाद मिलता है। बत्तीस किमी भीरी मक्कूमठ, मक्कू बैण्ड मोटर मार्ग की स्थिति भीरी में प्रारम्भ शून्य किमी से नौ किमी तक ही दयनीय बनी हुई है। इस घोर लापरवाही पर इस क्षेत्र के कई गाँव तत्काल मोटर मार्ग पर हॉट मिक्स का कार्य नही किए जाने पर आंदोलित भी हो सकते हैं।