जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में राजस्व विभाग की मासिक बैठक ली। बैठक में वाणिज्य कर, स्टांप तथा निबंधन, आबकारी, परिवहन कर, वन, खनन, भू-राजस्व, रेवन्यू पुलिस, फौजदारी, शमन आदि मामलों के साथ-साथ तहसील स्तर से प्राप्त शिकायतों की विस्तृत समीक्षा की गई।
उन्होंने सभी एसडीएम कोर्ट तथा तहसीलदार कोर्ट में चल रहे मामलों का समय पर निस्तारण करने के निर्देश दिए। सभी एसडीएम को तहसीलों में विविध देय और बकायादारों से वसूली में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए। साथ ही न्यायालय में लंबित बादों का शीघ्र निस्तारण करने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने तहसील स्तरों पर 6 माह से पुराने लंबित वादों का प्राथमिकता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिए। जिन मामलों में पार्टी नहीं आ रही उन मामलों में नोटिस जारी करते हुए निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को तहसील क्षेत्रान्तर्गत वाहनों की जांच, मजिस्ट्रेटी जांच, अवैध खनन एवं शराब तस्करी इत्यादि निरीक्षण कार्यों की रिपोर्ट अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
बैठक में बताया गया कि रेग्यूलर पुलिस क्षेत्रान्तर्गत इस वर्ष मार्च तक हत्या, डकैती, चोरी, फिरौती, अपहरण,बलात्कार इत्यादि के 28 अपराध दर्ज हुए है जिसमें से 15 का अनावरण किया गया है। राजस्व क्षेत्र में 14 अपराध दर्ज हुए है। चरित्र सत्यापन के लिए 86 आवदेनों में से 61 का निस्तारण किया गया है। फौजादारी के 317 वादों में से 127 का निस्तारित हुए है। मुख्य एवं विविध देयों में 224.97 लाख के सापेक्ष 85 प्रतिशत वसूली की जा चुकी है।
उन्होंने आरटीओ को एसडीएम व पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाने हेतु निर्देशित किया। साथ ही पेंशन प्रकरणों को भी तेजी से निस्तारित करने के निर्देश दिए। सभी एसडीएम को तहसील का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी हेमन्त वर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिनव शाह, एसडीएम संतोष पाण्डेय, एसडीएम रविन्द्र ज्वांठा, एसडीएम कमलेश मेहता, एसडीएम कुमकुम जोशी, सभी तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।