रिपोर्ट रघुबीर नेगी जोशीमठ चमोली
14 राज्यों का साइकिल से भ्रमण कर अपने पैतृक गांव भविष्य बदरी पहुंचे सौरभ का ग्रामीणों ने फूल – मालाओं से किया भव्य स्वागत
जोशीमठ विकासखंड के भविष्य बदरी सुभाई गांव का नवयुवक सौरभ अपनी यात्रा को दिल्ली में समापन करने के बाद अपने गांव भविष्य बदरी पहुंचे जहां उनका ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया
क्या कहते हैं सौरभ के अनुभव
गो गंगा यात्रा 8500 किमी 14 राज्यों की यात्रा पहला दिन में भविष्यबद्री के श्री चरणों की मिट्टी को लेकर ओर गौरा देवी (चिपको आंदोलन की जननी)की तपस्थली से पहला पैडल लगाकर जब देवभूमि उत्तराखंड के श्री भविष्य बद्री नारायण जी के आशीर्वाद से आगे बढ़ा गो गंगा यात्रा गंगा के साथसाथ आगे बढ़ता चला गया और प्रत्येक प्रयाग घाट पर 7 फरवरी को आई भीषण आपदा ऋषि गंगा में व covid 19 में शहीद भाइयों बहनों को श्रद्धांजलि अर्पित की। स्वच्छता व वृक्ष लगाओं सन्देश देते हुए आगे बढ़ता गया और हर एक किलोमीटर पर हर पल एक नया सदस्य जुड़ता गया और एक नया परिवार बनता चला गया। उत्तराखंड से बाहर आते ही नजारे अलग तो दिखे मगर लोग एक जैसे थे हर एक कदम के बाद भाषा अलग – अलग जरूर मिला।बोली जीवन जीने का तरीका व्यवसाय रहन सहन खान पान अलग थी मगर परिवार एक मैं बढ़ता चला गयाऔर परिवार बुनता गया। और सभकों गो गंगा मैया यात्रा में जोड़ते हुए बढ़ता गया। और आज एक गो गंगा मैया परिवार बन गया। राज्य जिनसे होकर गुजरा हुं।उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश ,तमिलनाडु, कर्नाटक ,तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान,पुनः उत्तप्रदेश,दिल्ली में समापन अपनी यात्रा को दिया।
मुख्य तीर्थ स्थल अयोध्या, प्रयागराज , काशी ,गंगा, सागर ,जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम ,कन्याकुमारी, मथुरा, विन्द्रावन ,दिल्ली।इंडिया गेट।इन सभी दिव्य स्थानों को होकर मेरी यात्रा सम्पन हुआ।
आप सभी का ह्रदय से आभार आप सबकी सहायता से सुरक्षित अपनी यात्रा सम्पन्न कर सका। हर माध्यम से चाहे डिजिटली हो या कोई और माध्यम आप सबने पूरा सहयोग किया।
कहा भी गया है पंख होने से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। असम्भव को सम्भव कर दिखाया पहाड़ के नव युवक ने पहाड़ी जो मन में एकबार ठान लेता है करके दिखाता है पुनः सौरभ के हौसले को सलाम। अपनी यात्रा को संपन्न करने के बाद सीमांत जोशीमठ में लोगों ने सोरभ का भव्य स्वागत किया। साथ ही गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने फूल – मालाओं से स्वागत किया गया।