बृहस्पतिवार को स्यूंण गांव की घास लेने गई दो महिलाएं लकड़ी का पुल टूटने से मैनागाड नदी में बह गई थी। जिसमें से एक नदी किनारे लग कर बच गई, दूसरी लापता हो गई। जिसकी ढूंढ खोज में ग्रामीणों के साथ ही पुलिस प्रशासन की टीम एसडीआरएफ जुटी हुई है।
बृहस्पतिवार को घास लेने गई स्यूंण गांव की माघी देवी पत्नी भोपाल सिंह व कुमारी राजेश्वरी घास लेकर जब घर वापस लौट रहे थे। मैनागाड पर बना लकड़ी के पुल को पार करते समय पुलिया टूटने से दोनों बह गए। जिसमें माघी देवी नदी किनारे लगने से बच गई। जबकि राजेश्वरी अभी लापता है। राजेश्वरी की ढूंढ खोज के लिए ग्रामीणों के साथ ही पुलिस प्रशासन की एसडीआरएफ टीम जुटी हुई है। ग्रामीण अनुज राणा ने बताया कि 3 दिनों तक ढूंढ खोज करने के बाद भी एसडीआरएफ को राजेश्वरी का कोई सुराग नहीं मिला। दूसरी ओर इस दु:खद घटना से स्यूंण गांव में मातम पसरा हुआ है।